टोटका विज्ञान
विश्व में प्रत्येक मानव सभ्यता ने मंत्र, यंत्र, तंत्र, टोटको तावीज आदि का किसी न किसी रूप में अपनी आस्था अनुसार प्रयोग किया है।
वास्तव में विशेष नक्षत्र, तिथि, वार आदि में विशेष प्रकार की वस्तु में एक विशेष शक्ति का संचार होता है, जिसे सिद्ध पुरुषो और तांत्रिको ने समझा और प्रयोग में लिया। इन तांत्रिक प्रयोग को वर्तमान में टोटको के नाम से भी जाना जाता है। टोटको को 2 भागों- सुगम और तांत्रिक टोटके में बाटा जा सकता है।
सुगम टोटकों में यंत्र मंत्र की अवश्यकता नहीं रहती। इन्हे कोई भी प्रयोग में ले सकता है। तांत्रिक टोटको में यंत्र मंत्र आदि तांत्रिक वस्तु का प्रयोग किया जाता है यह अत्यंत शक्तिशाली होते है। इनका प्रयोग अनुभवी तांत्रिक के देख रेख में ही करना चाहिए, अन्यथा हानि का सामना भी करना पड़ सकता है।
टोटके किस प्रकार कार्य करते है यह आम आदमी के समझ से परे है, परंतु प्रभाव अवश्य दिखाते है, इसमें कोई संदेह नहीं। नीचे कुछ सुगम टोटको और उपायो का वर्णन किया जा रहा है, जिसका आप प्रयोग कर लाभ उठा सकते है-
शुभ कार्य के लिए जाते समय- किसी भी शुभ कार्य से जाते समय रविवार का पान का पत्ता साथ लेकर। सोमवार को दपर्ण में अपना चेहरा देखकर, मंगलवर को मिठार्इ खाकर, बुद्धवार को धनिये के पत्तें खाकर, गुरुवार को सरसों के दाने खाकर, शुक्रवार को दही और शनिवार को अदरक और घी खाकर निकलना शुभ होता है।
अमिर बनने का अचूक उपाय-जो भी कमाया जायें उसका दसवां हिस्सा शुभ या दान आदि कार्यो में लगाने से आमदनी दिन दुगनी रात चोगनी बडती है।
लक्ष्मी वास के लिये- चक्की में गेहूं पिसवाते समय तुलसी के 11 पत्ते गेंहू में डाल दे। एक लाल थैली में कैसर के दो पत्ते और थोडे से गेहूं मदिर में रखकर फिर इन्हे भी पीसवाने वाले गेंहू में डाल दे घन में बरकत होगी। आटा केवल शनिवार को ही पिसवाएं।
संकट निवारण के लिए- प्रत्येक प्रकार के संकट से निवारण के लिये भगवान गणेश की मूर्ति पर 21, 42, 64 या 84 दिनों तक थोडी थोडी जावित्री चढावें और रात को साते समय थोडी सी जावित्री खाकर सोवें।