GVAT GYAN ब्लॉग का उदेशय अध्यात्म और ज्योतिष का प्रसार करना है। वर्तमान में ज्योतिष की हजारो-हजार पुस्तके बाजार में उपलब्ध है, लेकिन उन पुस्तकों से ज्योतिष सीखने की आशा करना बेमानी है। क्योकि इन पुस्तकों में नवीन सिद्धांतों का समावेश नहीं है, यह पुराने ग्रंथो का अनुवाद मात्र है। ज्योतिष के बहुत से पुराने सिद्धन्तो को आज आँख मूँद कर लागू करने पर हास्य ही होगा।
पुराने समय में योग्यता के आधार पर गुरु शिक्षण दिया करते थे, अगर स्वयं का पुत्र भी योग्य नहीं है, तो उसे भी ज्ञान से वंचित रखा जाता था। इसके विपरीत वर्तमान के ज्योतिषी अपने अनुभव को संतान के अतिरिक्त किसी के साथ बांटना ही नहीं चाहते।
निम्न कारणों से ही इस ब्लॉग का निर्माण किया गया है, हम अन्य विद्वानों के भाति बड़ी-बड़ी बातें नहीं की करेंगे, हम केवल सत्य और अनुभूत तथ्यों को आपके सामने वैज्ञानिक रूप से प्रकट करने का प्रयास करेंगे। जिससे आपके मन में ज्योतिष, अध्यात्म को लेकर किसी प्रकार की शंका न रहें।
हम यह नहीं कर रहे, कि हमे ज्योतिष का बड़ा भारी ज्ञान है, हमारे समान कौन है? कदापि नहीं। मगर जितना भी गुरु और इष्ट कृपा से हमें प्राप्त हुआ वह निस्वार्थ भाव से आप तक पहुंचाने का अवश्य प्रयत्न करेंगे।
हम यह नहीं कर रहे, कि हमे ज्योतिष का बड़ा भारी ज्ञान है, हमारे समान कौन है? कदापि नहीं। मगर जितना भी गुरु और इष्ट कृपा से हमें प्राप्त हुआ वह निस्वार्थ भाव से आप तक पहुंचाने का अवश्य प्रयत्न करेंगे।