Gvat ज्ञान अब नए कलेवर में (धर्मो रक्षति रक्षितः) - Gvat Gyan

आओ कुछ नया सीखते है...

Gvat ज्ञान अब नए कलेवर में (धर्मो रक्षति रक्षितः)

 


Gvat ज्ञान अब नए कलेवर में (धर्मो रक्षति रक्षितः)

Gvat ज्ञान ब्लॉग को 4 वर्ष पूरे हो गए हैं। जब हमने ब्लॉग की शुरुवात करी थी, तो कभी सपने में भी नही सोचा था, कि आप सब से इतना प्रेम मिलेगा। 


हमारे स्वप्न संहिता की पाठकों और ज्योतिष विद्वानों ने खूब प्रशंसा करी, यह इंटरनेट पर हिंदी भाषा का पहला और सबसे बड़ा स्वप्न कोष है, इसमे हज़ारों सपनो का संग्रह है। 


लेकिन कुछ समस्या और व्यस्तता के चलते 2 वर्षो से ब्लॉग में कोई नवीन पोस्ट नही लिखा गया और न ही पुरनी पोस्ट को अपडेट ही किया गया। इसका परिणाम यह हुआ कि हमारे लेख विभिन्न वेबसाइट में कॉपी किया जाने लगे। धन के लोभीयो ने पाठकों को ठगने में भी कोई कसर नही छोड़ी।


आज ज्योतिष को अंधविश्वास कहने वाले बड़े-बड़े न्यूज़ वेबसाइट भी ज्योतिष और स्वप्न पर लेख लिख रहे है। यह हृदय परिवर्तन या ज्योतिष के प्रति आस्था के कारण नही, अपितु व्यापार के कारण है। ऐसे लोगों को ज्योतिष में भी व्यापार नज़र आने लगा है। 


इन्ही सब कारणों से हम आज से ब्लॉग में कुछ बदलाव करने जा रहे है। जो आपके और हमारे बीच के रिश्तों में और नजदीकी लाएगा।


समस्या का समाधान

हम पहले सिर्फ ईमेल के माध्यम से प्रश्नों का समाधान करते थे, लेकिन अब ब्लॉग में ही Contect us पेज के माध्यम दे आप सीधे प्रश्न पूछ पाएंगे। 


Guest Post लिखने की अनुमति

यदि आप ज्योतिष, अध्यात्म आयुर्वेद आदि विषय के जानकार है और अपना ज्ञान लोगों तक पहुंचना चाहते है तो आप अपने लेखों को Gvat ज्ञान ब्लॉग में प्रकाशित कर पाएंगे।


Comment करने की अनुमति

अब पाठकों को हमारे पोस्ट में कॉमेंट करने की अनुमति होगी। इससे पाठक विषय संबंधित प्रश्न हमसे पूंछ पाएंगे।

आशा करते है, आप सबका सहयोग प्राप्त होगा। 🙏